20 सितंबर को प्रदेश बंद, भोपाल संभाग बंद से मुक्त रहेगा - प्रभात झा

20 सितंबर को प्रदेश बंद, भोपाल संभाग बंद से मुक्त रहेगा - प्रभात झा


म.प्र. मे भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद प्रभात झा ने केन्द्र की यूपीए सरकार के निरंकुशतापूर्ण लिये गये खुदरा क्षेत्र (एफडीआई) में विदेशी निवेश की छूट
के निर्णय को राष्ट्र घातक बताते हुए इसके विरोध में 20 सितंबर के बंद को प्रभावी और सफल बनाने की अपील की है। उन्होनें कहा कि प्रदेश के सभी 8 संभागों में भोपाल संभाग को छोड़कर 7 संभागों में बंद का सफल आयोजन 20 सितंबर को किया जायेगा। सांची में विश्व के अनोखे अध्ययन केन्द्र ’’सांची बौद्ध तथा भारतीय ज्ञान अध्ययन विश्वविद्यालय का भूमिपूजन समारोह प्रदेश का शासकीय कार्यक्रम हो रहा है। इसलिए भोपाल संभाग को बंद से मुक्त रखा जायेगा। भोपाल संभाग में बंद का आयोजन बाद में 24 सितंबर को किया जायेगा। प्रभात झा ने कहा कि 20 सितंबर से भोपाल में विष्श्वविद्यालय के भूमिपूजन समारोह में देश -विदेश के राष्ट्राध्यक्ष और शीर्ष नेता पधारेंगे। उनकी सम्मानपूर्वक अगवानी की जायेगी। देश की शीर्ष विभूतियों के साथ श्रीलंका के राष्ट्रपति महिन्द्रा राजपक्षे, भूटान के प्रधानमंत्री री ल्यों जिग्में थिनली के अलावा 22 देशो के बौद्ध संत विचारक समारोह में अतिथि होंगे। अतिथि अभ्यागत 20 सितंबर को भोपाल पधारेंगे। भूमिपूजन का कार्यक्रम 21 सितंबर को सांची में संपन्न होगा।




शंकरशाह रघुनाथ शाह ने अंगे्रजी सत्ता को चुनौती

देकर राष्ट्रीय स्वाभिमान जगाया,

उनके स्वप्न को साकार करने के लिए राज्य सरकार कृत संकल्प - प्रभात झा



भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद प्रभात झा ने रामनगर मंडला में शंकरशाह रघुनाथ शाह के बलिदान दिवस पर जनजाति समुदाय के क्रांतिवीरों को नमन करते हुए कहा कि अंग्रेजी सत्ता को आदिवासी क्रांतिवीरों ने चुनौती देकर देश का स्वाभिमान जगाया था। भारतीय जनता पार्टी अनुसूचित जनजाति मोर्चा की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक का समापन करते हुए प्रभात झा ने आदिवासी अंचल में स्थानीय नेतृत्व विकसित करने का आग्रह किया। उन्होनें कहा कि आदिवासी अपनी संस्कृति और स्वाभिमान को बनाये रखें, यही उनकी पहचान है। मध्यप्रदेश में उनकी समुन्नति के लिये राज्य सरकार ने उल्लेखनीय कार्य किए है।
प्रभात झा ने कहा कि आजादी के बाद आदिवासी जनमत ने ही कांगे्रस को इस ऊंचाई तक पहुंचाया। लेकिन कांग्रेस ने आदिवासियों को कभी उनका हक नहीं दिया। देश में पहली बार गैर कांग्रेसी एनडीए सरकार के गठन के बाद आदिवासियों की खुशहाली के लिए केन्द्र सरकार में प्रथक जनजाति मंत्रालय बनाकर जनजातियों की प्रगति का मार्ग प्रशस्त किया गया। मध्यप्रदेश में राज्य सरकार क्रांतिवीरों के सपनों को पूरा करने में जुटी है। वनवासियों की खुशहाली के लिए काम किया जा रहा है। उन्होनें मिशन-2013 की सफलता के लिए अनुसूचित जनजाति मोर्चा को अधिक प्रभावी ढंग से जुट जाने का आग्रह करते हुए सभी 47 जनजाति विधानसभा क्षेत्रों में संवाद और संपर्क महाअभियान आरंभ करने का आव्हान किया। आपने कहा कि मिशन-2013 की सफलता में प्रदेश के आदिवासियों की निर्णायक भूमिका होगी।






Article By
Geet
Chief Editor HINDUSTAN VICHAR
(National Magazine & Blog)
hindustanvichar@yahoo.in



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