Posts

Showing posts from 2010

यह क्या बोल गए शिवराज

Image
यह क्या बोल गए शिवराज vkvks   lh-,e- & lh-,e- खेले   राज्य सभा अंग्रजो की देन हैं। इसका कोई औचित्य नही। मध्यप्रदेश  के मुख्य मंत्री शिवराज सिंह चैहान ने राज्य सभा खत्म करने का एक नया मुद्धा उठा कर राज्य सभा के अस्तित्व पर प्रशन  चिन्ह लगा दिया है इससे मुझे अपने बचपन का वो खेल याद आ गया जो हम बचपन मे खेला करते थे। मेरा बचपन ग्रामीण क्षेत्रो और घनी बस्तियो में बीता हैं मुझे उस समय की याद आती हैं जब हम बच्चें थें और बचपन में कई प्रकार के खेल खेला करते थें बच्चों का एक समूह जिसमें हमउम्र लड़के लड़कियाँ दोनो होते थे मिलकर छुपन छुपीया या घर गृहस्थी को चलाने  शादी विवाह करने, भगवान की पूजा करने आदि ऐसे कार्या को खेल का अंग बना लेते थे जो अब वास्तविक जीवन में हम करते हैं जब बच्चे यह खेल खेलते थे तो कई बार वे मर्यादा भूल जाते थे और बड़े उनको देखते थे तो या तो वे इस बात का हँसी में या नादान बच्चे ऐसा कहकर छोड़ देते थे लेकिन अब वास्तविक जीवन में ये नादनियाँ आगे चलकर विकराल रुप ले लेती हैं चूकी बचपन में खेले गये खेल व्यस्क जीवन में खेल न होकर वास्तविकता बन जाती हैं क्योकी बचपन में खेले गये खेलो

अजीबो गरीब सच

Image
अगर इस ब्रमांड, पृथ्वी और दुनिया के बारे में ना सोचकर अगर हम र्सिफ हमारें अपनें देश  भारत कें बारे में ही कुछ देर के लिए सोचे और बात करें तो अधिकतर लोगो का कहना होता हैं कि भारत एक अनेक विभिन्नताओ वाला देश  हैं और काफी लोगो का तो यह भी सोचना हैं कि भारत में इतनी विभिन्नताओ के बाबजूद भी एकता हैं पर इन लोगो की इस सोच पर मुझे थोड़ा सा सन्देह हैं क्योंकि मैने तो भारत की कुछ और ही तस्वीर अपने मन में बसा रखी हैं, इस तस्वीर में मुझे तो किसी भी प्रकार की एकता या अखंडता दिखाई नही देती हैं, भाईयो भारत तो वो देष हैं जहाँ  एक क्विटंल  गेहूँ का बोरा जो खरीद सकता हैं वो उसे स्वंय उठा नही सकता और जो इस बोरे को उठा सकता हैं वो उसे खरीद नही सकता। भाईयो आज भारत कि एैसी हालत क्यों हैं ?  इसका जवाब हैं आज के दौर के राजनेता,  जो अपनी घिनौनी राजनीति की चाले चलते रहते हैं और यही मौका दुढ़ते रहते हैं कि विपक्ष के नेता की टाँग कैसे और किस मुददे पर खीचे, जिससे उसकी छवि जनता के बीच बिगड़ जाये और जनता के हित का काम जो वो नेता कर रहा हो वो रुक जाये और उसके काम न होने से जनता का हित न हो और नेता को जनता का समर्थन न म

दिल तो बच्चा हैं जी... थोड़ा कच्चा हैं जी...

Image
अभी हाल ही में राहुल गांधी के मध्यप्रदेश  में भोपाल दौरे के दौरान राहुल ने अपनी प्रेस कानफ्रेन्स में आरएसएस और सिमी को एक जैसा बताकर यह बात साफ करदी की राहुल वाकई में अभी भारत के प्रधानमंत्री बनने के लिए दस प्रतिशत भी तैयार नही हैं, ये लेख पढ़ने वालो को पहले मैं यह बतादू की मैं न ही कांग्रेस पार्टी का विरोधी हूँ  और न ही भजपा का सर्मथक मैं तो भईया एक पारदर्शिता रखने वाला पत्रकार हूँ  और सच बोलता हूँ  और मैं किसी पार्टी विषेश  का नही हो सकता क्योंकि फिर मैं सच नही बोला पाऊगा। अब मैं राहुल के बारे में ऐसा  इसलिए कह रहा हूँ  क्योंकि राहुल के इस बयान के बाद पत्रकारो द्वारा जब म.प्र. कें मुख्यमंत्री से इस बात पर चर्चा हुई तो म.प्र.  के मुख्यमंत्री शिवराज  सिंह चैहान ने तुरन्त यह  कहा की इस समय राहुल मध्यप्रदेश के मेहमान हैं और वही दूसरी  ओर भजपा के एक और वरिष्ट मंत्री बाबूलाल गौर से राहुल की बात पर जब पत्रकारो द्वारा राय जानी गई तो उन्होंने भी बड़ी ही विनम्रता से कहा की राहुल को सिमी और आरएसएस में क्या फर्क हैं ये उन्हें जल्द बता दिया जायेगा। अब राहुल ने ऐसा  क्यो कहा और इस बात को कहने के लि

जल्द लौंच होने जा रही है भारत में मारुति की नयी स्विफ्ट

Image
जल्द  लौंच  होने  जा रही है भारत में मारुति की नयी स्विफ्ट कुछ इस  प्रकार  की  होगी  नयी  स्विफ्ट  राष्ट्रीय  हिंदी  पत्रिका   हिन्दुस्तान  विचार    को इस नयी स्विफ्ट की कुछ तस्वीरे प्राप्त हुयी हैं

कुछ यादें येजडी मोटरसाईकिल की

Image
आइडीयल जावा इंडिया लि.  जिसको की की सबसे अधिक प्रसिद्धी जावा के नाम से मिली नें भारत में मोटरसाईकिल की उत्पादन सन् 1960 से प्रांरभ कर दिया था। कंपनी का लकक्ष था कि अपनें ग्राहकों को किफायती कीमत में मजबूत और अच्छी मोटरसाईकिल दे। यही सोचकर कंपनी ने अपना स्लोगन रखा था फॉर  एैवर बाईक  फॉर  एैवर वैल्यू। भारत में येसडी मोटरसाईकिल सबसे पहले सन् 1961  में भारत की जनता के बीच लाई गयी थी और सन् 1961 से 1968 तक इस कंपनी का कोलेबरैशन जावा लि. ऑफ  इस्तवाईल झिगोस्लाविया कें साथ रहा। इस कंपनी की मोटरसाईकिल ने भारत मोटरसाईकिल बजार में जान डाल दी थी, येसडी मोटरसाईकिल को षान की सवारी समझा जाता था। फिर सन् 1969  में येसडी ने भारत के मोटरसाईकिल बजार में बहुत अच्छे सें पैर जमा लिये थें और 1968 से येसडी अब जावा के नाम से अधिक प्रसिद्ध हो चुकी थी। सन् 1985 सें सन् 1987 में भारत में सबसे अधिक बीकनें वाली मोटरसाईकिल थी। यह हैं वो अंकड़ें येजडी किस साल कितनी संख्या में बीकी यह मोटरसाईकिल को भारतीय इसलिए अधिक पसंद करते थे क्योंकि इस मोटरसाईकिल भारत कें कच्चे पक्के रास्तों पर थकावट का ऐसास तक नही होने देती थी। क

डॉ .ए.एन.मित्तल की पदोन्नति में हुई अनियमितताओं को लेकर राकेश साहनी सहित चार अन्य आईएएस के विरूद्ध लोकायुक्त में प्रकरण दर्ज

Image
मध्यप्रदेश कांग्रेस  प्रवक्ता के.के. मिश्रा द्वारा प्रदेश के संचालक, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण डॉ ए .एन. मित्तल की हुई अवैध पदोन्नति और इसमें अपनाई गई घोर अनियमिमताओं को लेकर गत दिनों माननीय लोकायुक्त के समक्ष प्रस्तुत दस्तावेजी शिकायत  पर संज्ञान लेते हुये लोकायुक्त संगठन ने प्रदेश  के पूर्व मुख्यसचिव राकेश  साहनी सहित चार अन्य वरिष्ठ आईएएस के विरूद्ध प्रकरण क्रमांक 282/2010 दर्ज कर लिया है। मिश्रा द्वारा माननीय लोकायुक्त को  प्रेषित अपनी शिकयत में  डॉ. मित्तल को संचालक पद पर पदोन्नति दिये जाने हेतु गत् 20 जून 2009 को संपन्न विभागीय पदोन्नति समिति की बैठक में 2 करोड़ रुपयों  के लेन-देन, अनियमितता और अवैधानिक प्रक्रिया अपनाने का आरोप लगाते हुये पूर्व मुख्यसचिव राकेश  साहनी, अपर सचिव विनोद चैधरी,  प्रमुखसचिव लोकस्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण डॉ .देवराज बिरदी,   प्रमुख सचिव सामान्य प्रशसन सुदेश  कुमार और उपसचिव, लोकस्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण जयश्री कियावत के विरूद्ध दस्तावेजी शिकायत 12 मार्च, 2010 को दर्ज कराई गयी थी। शिकायत   में डी.पी.सी.  को चुनौती देते हुये कहा गया था कि स्वास्थ्

एक दबंग के सैंकड़ो दिवाने

Image
यह बात तो मान ली की सलमान खान कें अनेकों मामलों मे फँसने के बाद और जवानी के ढलते पढ़ाव के बाबजूद भी ना तो उनके फैन्स की कमी हैं और ना ही उनकी जिन्दादिली का कोई जवाब हैं। अभी हाल ही में रिलिज हुई सलमान की सूपर हिट फिल्म दबंग के कारण एक बार फिर सलमान सुखियो में छा गये हैं, इस फिल्म कें रिलिज होने के पहले से ही यह कहा जाने लगा था कि दबंग सूपर हिट हैं, दरसल इस फिल्म की रिलिज के एक-दो महीने पहले से ही दबंग के ट्रेलर टाकीजो,  सिनेप्लेक्सो और मल्टीप्लेक्सो में दिखाये जा रहे थें इस फिल्म के ट्रेलर और प्रोमाज मे सलमान के एक्शन ने दर्शको  के मनो मे धमाल मचा दिया था और इस फिल्म के सूपर हिट होने का एक सबसे बड़ा कारण हैं इस फिल्म के गाने जो कि आज युवा-युवा की जबान पर हैं और इस फिल्म के इन गानो में से सब से अधिक प्रसिद्वि हासिल करी हैं इस गानें ने ‘‘मुन्नी बदनाम हुई‘‘  जिसे सलमान की भाभी मलाईका अरोड़ा खान पर फिलमाया गया हैं जब राष्ट्रीय हिन्दी पत्रिका   हिन्दुस्तान विचार की टीम इस फिल्म को देखकर आयी कुछ  दर्शको  से बात की और उनसे उनके विचार जाने तो पता चला कि 35  प्रतिशत  दर्शक  तो इस गाने को बड़े परद

नये सिक्कों कें चलन से नाराज हैं भोपाल के सोनार

Image
जब से रिजार्व बैंक ने पुराने सिक्कें के आकार और गुणवत्ता में सुधार किया हैं तब से मध्यप्रदेश  राज्य के कई सोनार एंव ज्वैलरी शॉप मालिक इन भारतीय मुद्रा के सिक्के के नये आकार से नाराज हैं वैसे देखा जाये तो अधिकतर परिवर्तन अच्छे के लिए ही किये जाते हैं और इस बात को ध्यान मे रखते हुऐ हमने हिन्दुस्तान विचार पत्रिका के माध्यम से कुछ सुनारो से ये जानने की कोशिश  की,  कि ये लोग सिक्कों में परिवर्तन से आखिर क्यों  नाखुश हैं तो काफी तहकीकात करने के बाद हमें यह पता चला कि म.प्र. के भोपाल  शहर में तो सन् 1997 से पहले के निर्मित भारतीय मुद्रा के एक रुपये के सिक्कें की कीमत दो रुपये हैं। जी हाँ आप ही की तरह यह जानकर हम भी हैरत में पड़ गये थें,  भोपाल के कई सुनारे हमसे भी सन् 1985 का निर्मित एक रुपये के सिक्के को दो रुपये में खरीदने को तैयार हो गये और सन् 1998   के दो रुपये के सिक्कें को तीन रुपये में खरीदने को तैयार हो गये, पाँच रुपये के पुराने सिक्कें को सात रुपये में खरीदने को और तो और पाँच पैसे, बीस पैसे, पच्चीस पैसे, आठअन्ने के सिक्को को भी एक से तीन रुपये तक खरीदने को तैयार हो गयें। इस तहकीकात

क्या मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री देगे तीन प्रशनो का उत्तर ?

Image
  मध्यप्रदेश  के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान ने अभी हाल ही में विगत कुछ समय पूर्व शिवपुरी जिले की एक आम सभा में यह कहकर मध्यप्रदेश  की राजनीति में एक प्रशन चिन्ह लगा दिया कि मध्यप्रदेश  का भूमाफिया चंदा इकटठा कर उन्हें मुख्यमंत्री के पद से हटाना चाहता हैं। मध्यप्रदेश  का  शिवपुरी  व  गुना जिला राजनैतिक दृष्ट्री से महत्वपूर्ण जिला एंव कांग्रेस का गढ़ माना जाता रहा हैं,  यहाँ से कांग्रेस के सांसद ज्योतिदित्य सिंधिया जो केन्द्र सरकार मे राज्य मंत्री भी हैं संसद का प्रतिनिधित्व करते हैं एंव गुना जिले के राघोगढ़ से ही मध्यप्रदेश  के पूर्व मुख्यमंत्री दिगविजय सिंह ने अपना राजनैतिक कैरियर शरू  किया था जो उनका गृह नगर भी हैं। वैसे देखा जाये तो वर्तमान मुख्यमंत्री शिवराज  सिंह चैहान भी एक बार राघोगढ़ से चुनाव लड़ चुके हैं जिसमें वे हार गये थे और उसके बाद ही वे मुख्यमंत्री बनने की दौड़ में भी शामिल हो गये थे और बाद में उन्हें बुधनी विधानसभा क्षेत्र से विजयश्री प्राप्त हुई थी। इसी राजनैतिक क्षेत्र का लाभ उठानें के लिए  शिवपुरी  जिले की आम सभा में मध्यप्रदेश  के मुख्यमंत्री द्वारा यह कहा गया की भूमाफ

क्या यही हैं हमारा लोकतंत्र ?

Image
  पिछले सप्ताह मिडिया में तीन घटनाएँ बड़ी प्रमुखता से छाई रही हैं। यह घटनाएँ भारत के तीन अलग अलग प्रदेशो से हैं मगर उनमें एक बात विशेष गौर करने योग्य हैं कि वह सत्तासीन लोगो द्वारा सत्ता के दुरुपयोग से संबधित हैं। मध्यप्रदेश  में एक विभाग की महिला अधिकारी द्वारा अपनें वरिष्ट अधिकारी पर यौन शोषण का आरोप लगाया गया, जबकि उक्त अधिकारी द्वारा यह आरोप गलत बताया गया, सत्यता तो जाँच करने पर ही सामने आ सकती हैं जो शायद ही कभी हो, क्योंकि यह अधिकारी राजनैतिक पहुँच रखते हैं और वह शिक्षा से संबधित विभाग में लंबी सेवा दे चुका हैं मगर उसकी आंकक्षा भारतीय प्रशासनिक सेवा में विभागीय कोटे से आने की हैं। यह अधिकारी राजनैतिक परिवारों से संबध रखता हैं और अपनें संबधो का लाभ उठाकर समस्त नियमों को दरकिनार कर ताक पर रखकर खेल विभाग में आ गया हैं और यह भी तय हैं कि वह इन संबधो का राजनैतिक लाभ उठाकर वह अपनें ऊपर लगे आरोपो की निष्पक्ष जाँच कभी नही होनें देगा। इसी प्रकार झारखंड के विधायक राज्य सभा के चुनाव मे अपने वोट करोड़ो में बेचते हुए कैमरे पर दिखाई देते हैं। देश की आम जनता ने उनका चुनाव देश सेवा के लिए किया

क्यों चितिंत हैं मध्यप्रदेश कैडर के आईएएस अधिकारी ?

Image
  मध्यप्रदेश के वरिष्ट आईएएस अधिकारी अरविन्द जोशी जो आयकर छापो के दौरान मिली अपार सम्पति के कारण निलंबित हैं वे अपनी कमाई का निवेष मुख्यत मध्यप्रदेश में ही किया करते थें, इसलिए वे मध्यप्रदेश  के लोगो की निगाह मे आ गये लेकिन विष्वस्त सूत्रों के अनुसार कुछ अन्य अधिकारी भी हैं जो मध्यप्रदेश  कैडर के ही हैं लेकिन वे अन्य राज्यों के मूलतः निवासी हैं इन अधिकारियो का काला धन कहाँ निवेष हो रहा हैं। यह मध्यप्रदेश  के लोगो को पता नही हैं और न ही मीडिया एंव राजनेताओं को इस संबध में अधिक जानकारी हैं इसलिए ये अधिकारी कथित ईमानदार श्रेणी के अधिकारियों में गिने जाते रहें हैं। अभी हाल ही में इन्दौर तथा भोपाल से प्रकाशित एक सांध्य दैनिक के अनुसार एक अन्य वरिष्ट आईएएस अधिकारी एस.आर.मोहंती ने अपनी पत्नी नन्दिनी के नाम से शेयर बजार मे 13 करोड़ रुपयों का निवेष किया हैं हालांकि एस.आर.मोहंती ने उक्त खबर का खंडन करते हुए इसें विरोधियो की चाल बताया हैं,  उक्त समाचार पत्र ने आयकर विभाग के सूत्रो का हवाला देते हुए प्रकाशित किया हैं कि नन्दिनी मोहन्ती ने फयूचर औप्षन के तहत 13 करोड़ रुपयो का निवेष किया हैं, जिसके सं

हर तरफ तेरा जलवा

Image
आजकल काफी समय से राहुल महाजन सुर्खिया बटोर रहें हैं। भाजपा के एक स्वर्गीय वरिष्ट नेता और एक प्रतिष्ठित व्यक्ति की छवि रखने वाले प्रमोद महाजन के पुत्र राहुल जिन्हें कि अपनें ही कुछ न कुछ कारनामों के कारण सुर्खियों मे बने रहने की आदत सी पड़ गई हैं,अब एक बार फिर से    कुंवारे हो गये हैं। जी हाँ प्राप्त जानकारी के अनुसार हमें तो यही पता चला हैं,  अब इसमें कितनी सच्चाई हैं भईया यह तो र्सिफ और र्सिफ आदरणीय राहुल महाजन ही जानते हैं। अब आप सोच रहें होगे की मैं सच्चाई वाली बात को इस प्रकार क्यों कह रहा हूँ। दरसल पाठकों यह बात को आप सब लोग जानते हैं अब से लगभग चार पाँच महिने पहले ही राहुल महाजन ने कोलकत्ता की एक मॉडल डिम्पी गाँगूली से शादी की थी और पाठकों अगर आपने यह शो  देखा हैं तो आपकों भी ये याद होगा टी.वी.   पर प्रसारित शो  राहुल दुल्हनिया ले जायेगे के एक ऐपिसोड में राहुल महाजन कोलकत्ता जा कर डिम्पी के पिता से बातचीत करते हैं तो राहुल इस बातचीत के दौराण खुद कबूलते हैं कि राहुल फिल्मी दुनिया मे कदम रखना चहाते हैं, तो पाठकों जब यह बात जग जाहिर हो गई हैं और आप लोग भी जानते हैं कि फिल्मी दुनिया

युवाओं पर छाया टी.वी. पर आने का क्रेज

Image
आजकल हमारें देश  कें युवाओ पर टी.वी.पर आने का क्रेज सवार होता जा रहा हैं और सबसे बड़ी बात तो यह हैं कि इस क्रेज के कारण इन युवाओ के अभिवाक काफी पेरशान  हैं। आज के युवा और नयी पीढ़ी के बच्चें बिना खाना खाये तो यह रह सकते हैं पर यह बिना टी.वी.,विडियो गेम,   मोबाइल फोन एंव बिना इंटरनेट के रहने की तो  कल्पना भी नही कर सकतें हैं। आजकल इन बच्चों पर चैनल वी और एम.टी.वी देखने का तो एैसा बुखार चढ़ा हैं कि पूछिये ही मत भईया। दरसल कुछ चैनलो ने अपनी तरफ युवा वर्ग का ध्यान आकर्षित करने के लिए और चैनल की टी.आर.पी बढ़ाने के लिए कुछ खतरनाक टी.वी.शो  का सहारा लिया हैं। इनमें से कुछ खतरनाक टी.वी. शो  हैं स्टंट मेनिया और रोडीस। इन शो में युवाओं को आकर्षित करने के लिए आजकल की युवी पीढ़ी की पहली पसन्द यानि मोटर बाइकस पर युवाओं से स्टंट करवाये जाते हैं। चैनल ने अपने फायदे के लिए    देश का भविष्य कहलाने वाले इन युवा वर्ग के साथ खिवाड़ करना शुरू  कर दिया हैं। चैनल वाले इस बात को बहुत अच्छी तरह से जानते हैं कि बच्चों अथवा युवाओं का ध्यान आकर्षित करके उन्हें बड़ी ही आसानी से अपनी उजवल भविष्य की राह से भटकाया जा सकता ह

सावन में लग गयी आग

Image
इन दिनों भारत सरकार ने आम जनता को और ज्यादा परेशान  करने के लिए  पेट्रौलीयम पदार्थो  के दामो में वृद्धि  कर दी हैं। केन्द्र सरकार के इस फैसले ने मानो सावन में आग लगा दी हैं। केन्द्र की सरकार एक  तरफ तो यह कहती हैं कि वो गरीबो की सरकार हैं और दूसरी ओर गरीबो की ही हालत खस्ता हाल बनाने लगी हुई हैं। केन्द्र की सरकार ने यह एक घिनोनी चाल चली हैं अभी हाल ही में महिला आरक्षण बिल पास करके महिलाओ की मसीहा कहेलाने वाली इस सरकार ने ही महिलाओ और मासूम बच्चों तक को नही छोड़ा रसोई गैस  सिलेंडर  पर 35/- रुपये की जो मूल्य वृद्धि  की गयी हैं उससे सीधी मार महिलाओ के किचन पर पड़ी हैं। एक तो पहले से ही दाल सब्जियों की बड़ी हुई कीमतो से आम जनता परेशान हैं और गरीबो की हालत तो इतनी खस्ता हाल हैं कि वो सूखी रोटी और आचार खाने पर मजबूर हैं और अब और हालत खराब होती जा रही हैं। दरसल पेट्रौल डीजल की कीमतो मे बढ़ोत्री के करान हर वस्तु जैसे शक्कर, तेल, दालें, गहूँ यहाँ तक के कि रेत, सीमेन्ट, और गट्टी जैसी वस्तुओ की भी कीमतो मे इजाफा हुआ हैं और अब तो यह हाल हैं कि आमदनी अठन्नी खर्चा रुपया। गीत धीर (हिंदुस्तान विचार)