राष्ट्रपति उम्मीदवार पी.ए. संगमा के समर्थन में आगे आएं सभी आदिवासी विधायक व सांसद: रंजना बघेल (मप्र शासन राज्य मंत्री, महिला एवं बाल विकास विभाग)

राष्ट्रपति उम्मीदवार पी.ए. संगमा के समर्थन में आगे आएं सभी आदिवासी विधायक व सांसद: रंजना बघेल (मप्र शासन राज्य मंत्री, महिला एवं  बाल विकास विभाग)

भोपाल। महिला एवं बाल विकास विभाग, मप्र शासन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीमती रंजना बघेल ने एनडीए और समर्थक घटक दल द्वारा राष्ट्रपति के उम्मीदवार पी.ए. संगमा के समर्थन में देश  के सभी राजनीतिक पार्टी के आदिवासी विधायक व सांसद से वोट डालने की अपील की है। उन्होंने कहा कि देश के सभी आदिवासियों को गर्व होना चाहिए कि पीए संगमा को देश का सर्वप्रथम आदिवासी राष्ट्रपति का उम्मीदवार बनाया गया है।
राज्यमंत्री ने कहा कि यह बहुत गर्व कि बात है कि उनके जैसे नेता को इस गौरवशाली पद के लिए उपयुक्त माना है। वे केन्द्रीय राजनीति में कई महत्वपूर्ण पदों पर रहे। 6 फरवरी 1988 से 25 मार्च 1990 तक मेघालय में मुख्यमंत्री पद रहते हुए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए व योजनाओं को अमलीजामा पहनाया। वहीं 25 मई 1996 से 23 मार्च 1998 तक लोकसभा अध्यक्ष के पद पर रहते हुए अपने कर्तव्यों का निर्वहन किया। वे दो बार विधायक और आठ बार लोकसभा सदस्य रह चुके हैं। उन्हें 14 पार्टियों का समर्थन है और इतनी ही पार्टी का समर्थन मिलने की उम्मीद है। वे राजनीति में 35 साल से सक्रीय हैं। एनडीए और समर्थक घटक दल द्वारा एक आदिवासी नेता को राष्ट्रपति उम्मीदवार बनाकर यह साबित कर दिया है कि भारतीय जनता पार्टी आदिवासियों का कितना महत्व देती है। 
श्रीमती बघेल ने कहा कि यह पूरे देश के आदिवासियों के लिए सम्मान की बात है कि संगमा अगले राष्ट्रपति के रूप में आदिवासियों को प्रतिनिधित्व करें। उन्होंने अपील करते हुए कहा है कि राष्ट्रपति चुनाव किसी पार्टी विशेष का नहीं होता है इसलिए पी.ए.संगमा के समर्थन में मध्यप्रदेश कांग्रेस के वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष व कांग्रेसी आदिवासी विधायक व सांसद को भी आना चाहिए। चूंकि वे स्वयं को आदिवासियों का हितेषी बताते हैं इसलिए उन्हें संगमा के समर्थन में आकर अपने हितेषीपन को और उदार बनाएं। उनके इस कदम से पूरे देश में आदिवासियों का गौरव बढ़ेगा।
राज्यमंत्री ने कहा है कि देश की राजनीतिक इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है कि राष्ट्रपति पद के लिए किसी आदिवासी नेता को उम्मीदवार बनाया गया है। ऐसा उदारता का भाव सिर्फ बीजेपी में ही है इसलिए एनडीए व उनके समर्थक घटक दलों ने आपसी सहमति के बाद पी.ए. संगमा का नाम राष्ट्रपति पद के लिए सुझाया। श्रीमती बघेल ने पूरे देश के आदिवासी समाज के बुद्धिजीवी नेताओं से अपील की है कि वे राष्ट्रपति उम्मीदवार संगमा के पक्ष में वोट कर उन्हें ही राष्ट्रपति पद पर काबिज करें।

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