म. प्र. शासन के नगरीय प्रशासन मंत्री के साथ अनिल अंबानी

नागरिक सेवाएं उपलब्ध कराने व नगरीय सरकार के गठन के मानकों के सर्वेक्षण में भोपाल तीसरे स्थान पर

भारतीय शहरों में नगरीय प्रणाली के संबंध में प्रकाशित वार्षिक सर्वे रिपोर्ट में हुआ खुलासा

नगरीय सरकार को पूर्णतः अंगीकृत करने वाले लंदन और न्यूयार्क के साथ 21 भारतीय शहरों में हुआ तुलनात्मक सर्वेक्षण

 म. प्र. शासन के नगरीय प्रशासन मंत्री के साथ अनल अंबानी
म. प्र. शासन के नगरीय प्रशासन मंत्री के साथ अनिल अंबानी


भारत वर्ष के शहरों में नगरीय सरकार का गठन करने के उद्देश्य से कराये गये सर्वे में नगरीय क्षेत्रों में बेहतर नागरिक सुविधाएं उपलब्ध कराने एवं नगर में स्वतंत्र सरकार की स्थापना के लिए आवश्यक तथ्यों की उपलब्धता हेतु देश के 21 शहरों के नगरीय निकायों में भोपाल तीसरे स्थान पर है। नगरीय प्रणाली स्थापित करने हेतु शहरी योजनाएं एवं रूपांकन, क्षमता एवं संसाधन, पारदर्शिता, उत्तरदायित्व व सहभागिता तथा सशक्त और वैधानिक, राजनितिक प्रतिनिधित्व आदि बिन्दुओं के आधार पर सर्वेक्षण किया गया जिसमें उपरोक्त से संबंधित 83 बिंदुओं पर लंदन और न्यूयार्क जैसे शहरों के मानकों के साथ तुलनात्मक अध्ययन कर मूल्यांकन के आधार पर अंक प्रदान किये गये जिसमें भोपाल को कुल मिलाकर 3.7 अंक प्राप्त हुए और कलकत्ता और तिरूअनंन्तपुरम के बाद भोपाल तीसरे स्थान पर है।

बैंगलोर की जनाग्रह सेंटर फार सिटिजनशिप एंड डेमोक्रेसी द्वारा शहरों मंे नगरीय प्रणाली विकसित करने के उद्देश्य से कराये गये सर्वेक्षण के बाद प्रकाशित "Annual survey of india's city-Systems 2014"  के अनुसार नगरीय क्षेत्रों में वैश्विक मानकों से परिपूर्ण नगरीय सरकार स्थापित करने हेतु आवश्यक घटकों की वर्तमान में उपलब्धता एवं आगामी समय में उपलब्धता की संभावनाओं के दृष्टिगत् 04 मुख्य घटकों को आधार बनाकर इनके अधीन उपघटकों से संबंधित प्रश्नावली तैयार करते हुए भोपाल सहित देश के 18 राज्यों के 21 प्रमुख शहरों के नगरीय निकायों में सर्वेक्षण कराया गया। सर्वेक्षण में घटकों और उपघटकों पर आधारित पृथक-पृथक प्रश्नों के लिए पृथक-पृथक अंक निर्धारित किये गये और प्रत्येक घटक का मूल्यांकन भी अलग-अलग ही किया गया। 

मूल्यांकन में भोपाल नगर निगम का अनुपात 3.7 अंक रहा जो कलकत्ता और तिरूअनन्तपुरम जैसे विकसित एवं बड़े शहरों के बाद है। शहरी योजना एवं रूपांकन श्रेणी में सर्वेक्षित नगरों के अर्जित अंकों का अनुपात 0.6 से 3.5 रहा जिसमें भोपाल शहर ने 2.3 अंक अर्जित किये। इसी प्रकार शहरी क्षमताओं एवं संसाधन श्रेणी में 3.1 अंक सशक्त एवं वैधानिक राजनीतिक, प्रतिनिधित्व श्रेणी में 5.1 अंक पारदर्शिता उत्तरदायित्व एवं सहभागिता श्रेणी में 4.6 अंक प्राप्त किये। यहां उल्लेखनीय है कि पारदर्शिता उत्तरदायित्व एवं सहभागिता श्रेणी के अंतर्गत स्वतंत्र नगरीय सरकार से संबंधित बिंदुओं पर नगर निगम भोपाल ने सर्वाधिक 7.2 अंक अर्जित किये जबकि न्यूयार्क और लंदन को इस श्रेणी में क्रमशः 10 एवं 9.6 अंक दिये गये हैं। इसी श्रेणी के उप घटक नागरिक सेवाओं की उपलब्धता में भोपाल को 5.8 अंक दिये गये हैं जो रायपुर के बाद सूरत, कानपुर, लखनऊ, बैंगलोर, भुवनेश्वर के समान दूसरे स्थान पर हैं। 

विदित हो कि जनाग्रह सेंटर फार सिटिजनशिप एंड डेमोक्रेसी द्वारा गत वर्ष 11 शहरों में इस प्रकार का सर्वे कराया गया था और इस वर्ष भोपाल सहित 10 अन्य नए शहरों को सम्मिलित करते हुए कुल 21 शहरों में सर्वेक्षण कराकर न्यूयार्क और लंदन जैसे शहरों के साथ तुल्नात्मक अध्ययन कर मूल्यांकन किया गया। उपरोक्त सर्वे की ज्यूूरी में योजना आयोग के 

पूर्व सदस्य अरूण मयरा, गोदरेज समूह के प्रमुख अदी गोदरेज, सांसद बिजयन्त पाण्डा, भारत सरकार के पूर्व सचिव डॉ. एम. रामचंद्रन, उद्योग एवं वाण्ज्यि विशेषज्ञ सुश्री इरिनी विट्ठल शामिल रहे।













  

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