यातायात पुलिस भोपाल का प्रशिक्षण शिविर
यातायात पुलिस भोपाल ने ऑटो चालकों हेतु ‘‘एक्सीडैण्ट हों जाने पर घायलों को प्राथमिक उपचार एवं आवश्यक सहायता’’ दिये जाने के संबंध में एक प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया
पुलिस उप महानिरीक्षक महोदय शहर रेंज, भोपाल श्री डी निवास वर्मा के निर्देशन एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक यातायात श्रीमती मौनिका शुक्ला के मार्गदर्शन में यातायात पुलिस भोपाल द्वारा आज दिनांक-10.05.13 को मुख्य रेल्वे स्टेशन प्लेटफार्म 4-5 नंबर के बाहर स्थित प्री-पैड बूथ पर ऑटो चालकों हेतु ‘‘एक्सीडैण्ट हों जाने पर घायलों को प्राथमिक उपचार एवं आवश्यक सहायता’’ दिये जाने के संबंध में एक प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें यातायात के निरीक्षक- विलास वाघमारे, निरीक्षक- दिलीप सिंह परिहार, उप निरीक्षक- सुदामा प्रसाद, सउनि-महेश गौतम, सउनि-वीरेन्द्र तिवारी व अन्य कर्मचारी स्टाफ एवं डाॅक्टर दुबे व उनके सहयोगी तथा ऑटो यूनियन के मुवीन व अन्य 100 ऑटो चालक उपस्थित हुये।
प्रशिक्षण के दौरान डाॅक्टर दुबे द्वारा आकस्मिक दुर्घटना घटित हो जाने पर घायलों का प्राथमिक उपचार किस प्रकार करना चाहिये एवं प्राथमिकता निश्चित करते हुये तात्कालिक सहायता कैंसे की जा सकती है, इसके संबंध में विस्तार से बताया। घायल का सर्वप्रथम उपचार करने के बाद घायल को यथाशीघ्र निकटतम अस्पताल पहुंचाने का कार्य करना चाहिये।
यातायात पुलिस के निरीक्षक विलास वाघमारे एवं दिलीप सिंह परिहार द्वारा ऐंसी घटनाएं घटित हो जाने पर उस समय क्या-क्या करना चाहिये जैंसे-घायल को तात्कालिक मदद कर निकटतम पुलिस को सूचना व कंट्रोल रूम को 100 नंबर पर सूचना अथवा ईमरजेन्सी सेवा में लगी वाहनों की मदद हेतु भी 108 पर काॅल कर सूचना दे सकते है। जिससे पुलिस आपकी सूचना पर उसी समय आपकी व घायल की मदद कर सकती है। जिससे हम सजग रहते हुये पीडित अथवा घायल को उसी समय मदद कर उसके जीवन की रक्षा कर सकते हैं। साथ ही साथ यातायात पुलिस ने यह भी समझाईस दी कि हमें हमेशा यातायात नियमों का पालन करना चाहिये, जिससे ऐंसी दुर्घटनाओं को रोका जा सके।
प्रशिक्षण के दौरान ऑटो चालकों द्वारा पूछे गये सवालों के भी उसी समय जबाव देकर उनको उचित समझाईस दी गई।
प्रशिक्षण के दौरान डाॅक्टर दुबे द्वारा आकस्मिक दुर्घटना घटित हो जाने पर घायलों का प्राथमिक उपचार किस प्रकार करना चाहिये एवं प्राथमिकता निश्चित करते हुये तात्कालिक सहायता कैंसे की जा सकती है, इसके संबंध में विस्तार से बताया। घायल का सर्वप्रथम उपचार करने के बाद घायल को यथाशीघ्र निकटतम अस्पताल पहुंचाने का कार्य करना चाहिये।
यातायात पुलिस के निरीक्षक विलास वाघमारे एवं दिलीप सिंह परिहार द्वारा ऐंसी घटनाएं घटित हो जाने पर उस समय क्या-क्या करना चाहिये जैंसे-घायल को तात्कालिक मदद कर निकटतम पुलिस को सूचना व कंट्रोल रूम को 100 नंबर पर सूचना अथवा ईमरजेन्सी सेवा में लगी वाहनों की मदद हेतु भी 108 पर काॅल कर सूचना दे सकते है। जिससे पुलिस आपकी सूचना पर उसी समय आपकी व घायल की मदद कर सकती है। जिससे हम सजग रहते हुये पीडित अथवा घायल को उसी समय मदद कर उसके जीवन की रक्षा कर सकते हैं। साथ ही साथ यातायात पुलिस ने यह भी समझाईस दी कि हमें हमेशा यातायात नियमों का पालन करना चाहिये, जिससे ऐंसी दुर्घटनाओं को रोका जा सके।
प्रशिक्षण के दौरान ऑटो चालकों द्वारा पूछे गये सवालों के भी उसी समय जबाव देकर उनको उचित समझाईस दी गई।
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