प्रदेश में किसानों के दुख दर्द में पार्टी और सरकार उनके साथ खड़ी है - विजेन्द्रसिंह सिसोदिया
प्रदेश में किसानों के दुख दर्द में पार्टी और सरकार उनके साथ खड़ी है - विजेन्द्रसिंह सिसोदिया
मध्यप्रदेश के भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता विजेन्द्रसिंह सिसोदिया ने हाल के दिनों में प्रदेश के जिलों में प्राकृतिक आपदा से प्रभावित ढाई लाख से अधिक किसानों की फसलों की क्षति पर चिंता व्यक्त की है और किसानों को विश्वास दिलाया है कि राज्य सरकार और पार्टी संगठन संकट के इस दौर में अन्नदाता किसानों के साथ खडी है।
उन्होंने कहा कि जब प्रदेश कांग्रेस के नेता प्रदेश में होली खेल रहे थे तब प्रदेश के संवेदनशील मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चैहान किसानों की परेशानियों को देखते हुए होली को छोड़कर किसानों को हर संभव मदद पहंुचाने में जिले के दौरे कर ओलों से फसल क्षति का आंकलन कर रहे थे।
विजेन्द्रसिंह सिसोदिया ने कहा कि मध्यप्रदेश के इतिहास में पहली बार प्राकृतिक आपदा की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री ने स्वयं मंत्री परिषद की बैठक बुलाकर समस्या की गंभीरता पर विस्तार से चर्चा कर राजस्व सामान्य परिपत्र पुस्तिका में संषोधन का मार्ग प्रशस्त किया। संशोधन पर फिर संशोधन कर काश्तकारों के घावों पर मरहम लगाने की भरपूर कोशिश की गयी। राहत राशि में 50 प्रतिशत क्षति को शत प्रतिशत मानकर 15 हजार रू. प्रति हेक्टेयर के मान से राहत स्वीकृत की गयी है।
उन्होंने केन्द्र सरकार से आग्रह किया कि मध्यप्रदेश में प्राकृतिक आपदा से हुई क्षति के लिए राज्य को विशेष पैकेज मंजूर किया जाए और आपदा कोष से मिलने वाली आपदा सहायता राशि में वृद्धि की जाए।
विजेन्द्रसिंह सिसोदिया ने कहा कि मध्यप्रदेश के इतिहास में पहली बार प्राकृतिक आपदा की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री ने स्वयं मंत्री परिषद की बैठक बुलाकर समस्या की गंभीरता पर विस्तार से चर्चा कर राजस्व सामान्य परिपत्र पुस्तिका में संषोधन का मार्ग प्रशस्त किया। संशोधन पर फिर संशोधन कर काश्तकारों के घावों पर मरहम लगाने की भरपूर कोशिश की गयी। राहत राशि में 50 प्रतिशत क्षति को शत प्रतिशत मानकर 15 हजार रू. प्रति हेक्टेयर के मान से राहत स्वीकृत की गयी है।
उन्होंने केन्द्र सरकार से आग्रह किया कि मध्यप्रदेश में प्राकृतिक आपदा से हुई क्षति के लिए राज्य को विशेष पैकेज मंजूर किया जाए और आपदा कोष से मिलने वाली आपदा सहायता राशि में वृद्धि की जाए।
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