राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, भोपाल विभाग संघ का कार्य व्यक्ति निर्माण का कार्य है - अशोक पोरवाल
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, भोपाल विभागसंघ का कार्य व्यक्ति निर्माण का कार्य है - अशोक पोरवाल
संघ शाखा कवायद करने का स्थान नही, संस्कारों का विद्यापीठ है
भोपाल (म.प्र.)। वर्तमान परिवेश में जे.एन.यू, हैदराबाद एवं कश्मीर एनआईटी की घटनाओं से देश के युवाओं में गलत संदेश जा रहा है। संघ की प्रेरणा से चलने वाला विद्यार्थी संगठन इन चुनौतियाॅ का डटकर सामना कर रहा है । देश को आज ज्यादे खतरा बाहरी शक्तियों से नहीं देश में छिपे हुये गद्दारों से है । युवाओं को आज देश हित में काम करने के लिये गढ़ने की आवश्यता है। ये उद्गार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ भोपाल विभाग की महाविद्यालय छात्रों की इकाई द्वारा अयोजित वार्षिकोत्सव कार्यक्रम में अशोक पोरवाल ने व्यक्त किये ।
स्थानीय अंकुर मैदान, शिवाजी नगऱ में कार्यक्रम के मुख्य वक्ता संघ के प्रांत प्रचारक अशोक पोरवाल ने स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुये कहा कि विश्व में सबसे विशाल ओर विस्तृत संगठन के रूप में संघ जाना जाता है। संघ में एक सामान्य व्यक्ति को समाज के प्रति दायित्ववान एवं देशहित में काम करने वाले कार्यकर्ता बनाने की एक धीमी प्रक्रिया है । संघ की शाखाओं के कार्यक्रम ऐसे कार्यकर्ता गढ़े जाते है । इस प्रकार का कार्य पूरे देश में संघ के द्वारा चल रहा है।
अशोक पोरवाल ने पर्यावरण पर चिंता व्यक्त करते हुये बताया कि हिन्दू समाज प्रकृति पूजक रहा है और पर्यावरण को बचाने के लिये इस देश में कई धार्मिक परंपरायें स्थापित की गई है । जैसे प्राचाीन काल में प्रत्येक घर में तुलसी का पौधा लगाना और उस पौधे के नीचे गाय के घी का दीपक जलाना, इससे ओजोन परत का संरक्षण होता था ।
जल संरक्षण का महत्व बताते हुये कहा कि कुछ वर्ष पूर्व भोपाल के तालाब का गहरीकरण कर संघ ने समाज को संदेश दिया और समाज आगे आकर इस कार्य को करने लगा जिससे यह कार्य समाज के द्वारा जन आंदोलन बन गया ।
अशोक पोरवाल ने कहा संघ समाज जीवन के प्रत्येक आयाम पर विचार करता है, सब को शिक्षा मिले आज की शिक्षा के प्रत्येक स्तर पर नैतिकता, मूल्यव्यवस्था और व्यक्त्वि निर्माण का समावेश हो ऐसी अपेक्षा है कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रोफेसर अनूप स्वरुप, कुलपति जागरण लेक सिटी विश्वविद्यालय ने कहा इस प्रकार के वार्षिकोत्सव से युवा कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ेगा और मातृभूमि की सेवा करने के लिये वे तत्पर रहेंगे । एक कविता के माध्यम से युवाओं को प्रेरित किया । संघ के अनुशासन से वे बहुत प्रभावित हुये ।
वार्षिकोत्सव के प्रारंभ में अतिथि स्वागत तत्पशत ध्वज मान वंदना, गणसमता, व्यायाम योग, सामूहिक समता, नियुद्ध, घोष, दण्ड, सूर्यनमस्कार, गीत आदि का प्रदर्शन युवा स्वयंसेवकों द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम में 230 महाविद्यालयीन छात्रों ने भाग लिया ।
कार्यक्रम में सह प्रांत संघचालक अशोक पांडे, विभाग संघचालक अनिल तामडू, व अन्य वरिष्ठ पदाधिकारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम को देखने के लिये बड़ी संख्या में परिवार सहित भगिनी बंधुओं का प्रतिसाद मिला ।
हिन्दुस्तान विचार
ईमेल : hindustanvichar@yahoo.in
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