भूरिया (कांग्रेस) - उपलब्धियों में ‘जीरो’ शिवराज को कंधो पर बिठाकर प्रदेश भर में घुमाना क्या भाजपा को शोभा देगा








उपलब्धियों में ‘जीरो’ शिवराज को कंधो पर बिठाकर प्रदेश भर में घुमाना क्या भाजपा को शोभा देगा: भूरिया

मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया ने अटल ज्योति अभियान के अंतर्गत कागजी आंकड़ों के आधार पर 50 हजार गांवों में कथित रोशनी पहंुचाने पर भाजपा द्वारा मुख्य मंत्री शिवराजसिंह चैहान का 3 और 4 जुलाई को इंदौर और भोपाल में नागरिक अभिनंदन किये जाने को हास्यास्पद बताते हुए कहा है कि यह ‘खुद की पीठ खुद ही थपथपाने’ वाली उक्ति को चरितार्थ करने वाला काम भाजपा के प्रदेश प्रभारी महामंत्री अनंतकुमार के कहे अनुसार हो रहा है। अनंत कुमार तो कभी-कभार ही किसी बड़े कार्यक्रम में भाग लेने प्रदेश यात्रा पर आते हैं, उन्हें क्या मालूम की शिवराजसिंह ने अपने 8 वर्ष के कार्यकाल में म.प्र. को सकारात्मक उपलब्धियों के मामले में ‘जीरो’ बना डाला है। एक समय ऐसा भी था-जब म.प्र. की गिनती देश के अग्रणी राज्यों में हुआ करती थी। अब तो वह सकारात्मक उपलब्धियों के क्षेत्र में सबसे नीचे और नकारात्मक काम को लेकर अव्वल होने का शर्मसार करने वाला ताज पहने बैठा है।
 

आपने भाजपा के निर्णय पर आश्चर्य प्रगट करते हुए कहा है कि जो मुख्य मंत्री रात-दिन सपनों की सौदागरी और आसमानी सुल्तानी घोषणाओं में मग्न रहता हो और कानून-व्यवस्था, विकास तथा जनहित के मामले में जिसकी उपलब्धियों का खाता खाली पड़ा हो, ऐसे ‘जीरो’ सिद्ध मुख्य मंत्री का नागरिक अभिनंदन वास्तव में ‘अभिनंदन’ शब्द का अपमान है। 


भूरिया ने कहा है कि साधारण से साधारण व्यक्ति भी इस बात को समझता है कि किसी व्यक्ति, पदाधिकारी अथवा संस्था का नागरिक अभिनंदन तब ही किया जाता है जब उसने कामयाबी के क्षेत्र में कोई असाधारण ऐसी सफलता प्राप्त की हो, जिससे समाज, प्रदेश और देश का नाम रोशन हुआ हो। भाजपा के नेतागण कलेजे पर हाथ रखकर कहें कि क्या शिवराज ने अपनी कथित उपलब्धियों को प्रचार के माध्यम से हिमालयी आकार देकर झूठा ढ़िंढोरा पीटने के अलावा ऐसा कोई विकास और जनकल्याण का काम किया है, जिसका अनुकूल प्रभाव प्रदेश के विकास और जनता के जीवन में आंखों से दिखाई दे सके ? आपने कहा है कि जहां तक 50 हजार गांवों में रोशनी पहुंचाने के दावे का प्रश्न है, कांगे्रस का दावा है कि भाजपा और उसकी सरकार सफेद झूठ बोल रही है। केवल बिजली के कुछ बेतरतीब खंभे खड़े कर देने और घटिया किस्म की लाइन बिछा देने का यह अर्थ नहीं कि सभी गांव रोशन हो गए। 50 हजार गांवों के रोशन होने का दावा तो विधान सभा चुनाव की दृष्टि से मतदाताओं के साथ धोखाधड़ी के अलावा कुछ नहीं है। 


पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा है यदि भाजपा को इस मामले में कोई मुगालता हो तो वह जवाब दे कि जबलपुर जिले के 1254 गांवों में अभी भी अंधेरे का राज क्यों है ? क्या ये गांव 50 हजार गांवों में शामिल नहीं हैं ? सच बात तो यह है कि अटल ज्योति तो शिवराज के साथ ही जिलो में पहुंची है और जब वे हेलीकाप्टर पर सवार होकर उड़ जाते थे तो अटल ज्योति भी सारे मोह से मुक्त होकर गांवों को अंधेरे के भरोसे छोड़कर पलायन कर जाती है। भाजपा इसकी पुष्टि उन स्थानांे के सच को आसानी से मालूम कर सकती है जहां-जहां मुख्य मंत्री ने अटल ज्योति अभियान की शुरूआत या तो अपने आकाओं से कराई है या खुद की है। आम जनता तो अब यह कहने लगी है कि जहां-जहां पांव पड़े अटल ज्योति के वहां-वहां बिजली का बंटाढ़ार हो रहा है।

प्रदेश कांगे्रस अध्यक्ष ने कहा है कि पिछले 8-9 वर्ष की ठोस उपलब्धियों के नाम पर सिफर हाथ लगने के कारण भाजपा अपने एक मात्र तारणहार (!) शिवराजसिंह को ‘हीरो’ के बतौर अपने कंधों पर बिठाकर वोट पाने के लिए गांव-गांव घुमाने की योजना बना रही है। भाजपा के कर्णधारों को मेरी सलाह है कि वे ऐसी बड़ी गलती न करंे, क्योंकि भाजपा राज की विफलताएं कांगे्रस की परिवर्तन यात्राओं और पदयात्राओं के जरिये अब जनता तक पहुंच चुकी हैं। नतीजन विफलताओं से भाजपा और उसकी प्रचारजीवी सरकार का दागदार चेहरा प्रदेश की जनता के सामने उजागर हो चुका है। इस कुरूप चेहरे को झूठे प्रचार और दिखावटी नागरिक अभिनंदनों से नहीं छिपाया जा सकता। शिवराजसिंह की सरकार ने भ्रष्टाचार, कानून-व्यवस्था की बदहाली, महिलाओं और बच्चियांे को गंभीर खतरे के हालातों में धकेलने एवं विकास के क्षेत्र में प्रदेश को बीस साल पीछे धकेलने के अलावा कुछ भी नहीं किया है। भाजपा इस सवाल का जवाब भी सोच ले कि प्रदेश में मई में बनी सड़कें जून की बरसात में कैसे उखड़ गई ?











 

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