हिदायतउल्ला शेख (बीजेपी) - कांग्रेस भागवत गीता का विरोध धर्म निरपेक्षता का छद्म
कांग्रेस भागवत गीता का विरोध धर्म निरपेक्षता का छद्म - हिदायतउल्ला शेख
म.प्र. के भारतीय जनता पार्टी अल्पसख्यक मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष हिदायतुउल्ला शेख ने कहा कि मध्यप्रदेश में शिक्षा के भगवाकरण के आरोप बेबुनियाद है। कांग्रेस के पास प्रदेश में कोई मुद्दा नही है इसलिए जनता को बरगलाकर अलगावाद पैदा करना चाहती है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के मदरसों में कक्षा 2, 5, 9, 11 और 12वी में पढाए जाने वाले विषय जनरल अंग्रेजी और स्पेशल अग्रेंजी में ईद एवं क्रिसमस की जानकारी, रानी कर्णवती द्वारा मुगल बादशाह हुमायॅू को रक्षासूत्र बाँधने पर आधारित कहानी, गरीब नवाज अजमेर जैसे पाठ पहले से ही पढ़ाये जाते है जिसमें गीता का पाठ जोड़कर प्रदेश सरकार बच्चों का ज्ञान बढ़ाना चाहती है। शेख ने कहा कि अमेरिका सहित कई देशो में गीता को एमबीए के पाठ्यक्रम में शामिल करके कार्य संस्कृति का संवर्धन किया जा रहा है। इससे स्पष्ट है कि गीता का धर्म के बजाय व्यवहारिक जीवन से ताल्लुक है।
उन्होनें कहा कि कक्षा 6 और 7 में ईसाई सज्जन दीन बंधु एण्डूज का ’’सेवा भाव’ प्रेरक प्रसंग, हकीम इब्नेसिना की भावना धन की अपेक्षा ज्ञान को महत्व देने को स्वीकार कर प्रेरक प्रसंग, हेनरी फोर्ड की श्रमशीलता को प्रेरक प्रसंग के रूप में पाठ्यक्रम मे सम्मिलित कर सर्वधर्म समभाव की कल्पना की गयी है। कक्षा 7 और 8 के पाठ्यक्रम के सामाजिक अध्ययन में तथा कक्षा 5, 6, 7, 8, 9, 11 और 12 वी में हिन्दी विषय में भी मुस्लिम और ईसाई धर्म से संबंधित विषय वस्तु है वही 4, 5, 6, 7 और 8 वी कक्षा में सभी धर्मो को समावेश किया गया है, इसलिए हिन्दु धर्म के भागवत गीता को जोडना धर्म निरपेक्षता की श्रेणी में आता है। उन्होंने कहा कि गीता के पाठ्यक्रम में शामिल होने से बच्चों का मनोबल बढ़ेगा, क्योंकि आज के तनावग्रस्त समय में गीता जीने का रास्ता, धर्म और कर्म में समन्वयन और लक्ष्य निर्धारण कर जिम्मेदारी का अहसास दिलाती है और इसके बाद फल के लिए ईश्वर पर आस्था को दर्शाती है।
हिदायतुउल्ला शेख ने कहा कि प्रदेश सरकार ने इन 9 वर्षो में सर्वधर्म समभाव की भावना का विस्तार किया है। भारतीय जनता पार्टी सभी धर्मो का आदर और सम्मान करती है। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह ने प्रदेश में सभी धर्मों का आदर करते हुए मुख्यमंत्री निवास पर अलग-अलग धर्मो के कार्यक्रम आयोजित कर सर्वधर्म समभाव की मिशाल कायम की है।
Comments
Post a Comment