रक्षा उत्पादन का स्वदेशीकरण - विशेष लूणावत
रक्षा मंत्रालय का टेक्नालाजी प्रोस्पेक्टिव मेप मेक इन इंडिया मिशन की सफलता में मील का पत्थर बनेगाः विशेष लूणावत
भोपाल। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष श्री विजेश लूनावत ने कहा कि मेक इन इंडिया मिशन के तहत निजी और सरकारी क्षेत्र के उपक्रमों में रक्षा के 221 उपकरण तैयार करने का रोड मेप रक्षा मंत्रालय के टेक्नालाॅजी प्रोस्पेक्टिव एंड केपेसिटी अभियान के तहत क्रियान्वित किया जा रहा है। ये उपकरण उत्पादन के पश्चात् 2020 में फौज को इस्तेमाल के लिए सौंप दिये जायेंगे। इस मुहिम का उद्देश्य तीन अंगों को समुन्नत बनाना, स्तरोन्नयन के साथ सेना के आधुनिकीकरण की तैयारी को अंजाम देना है। इससे आधुनिकतम प्रौद्योगिकी का देश में विस्तार होने के साथ रक्षा उत्पादन का स्वदेशीकरण होगा और देश की आयात पर निर्भरता घटेगी।
उन्होंने कहा कि उपकरणों के उत्पादन की सूची में सूचना प्रौ़द्योगिकीकरण के उपकरण से लेकर युद्धपोत, पनडुब्बियों का निर्माण, रायफल, लडाकू विमान, विध्वंसक, हथियार, मिसाईल, रोबोटिक उपकरण, नाईट विजन डिवाईस, भी शामिल हैं।
श्री लूनावत ने कहा कि रक्षा उत्पादन के स्वदेशीकरण के लिये प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने देश की कंपनियों को आसानी से लायसेंस प्रदान होने की प्रक्रिया निर्धारित कर दी है। मोदी सरकार ने एक ऐसी रचनात्मक पहल की है कि सरकारी उत्पादन उपक्रमों के पूरक के रूप में निजी क्षेत्र में भी रक्षा उत्पादन के उपक्रम मजबूती के साथ खड़े हो रहे हैं। इससे भारत को अपने विदेशी मुद्रा भंडार का संवर्धन करने में मदद होगी। दूसरे देशों पर आयात की निर्भरता समाप्त होगी। देश की सुरक्षा के प्रति केंद्र सरकार की यह पहल एक क्रांतिकारी कदम माना जायेगा। कोई भी देश रक्षा उत्पादन में स्वाबलंबन के बिना अपनी स्वतंत्र नीति कायम नहीं रख सकता।
हिन्दुस्तान विचार
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