हिन्दू मुसलमान और आरक्षण
हिन्दू मुसलमान और आरक्षण
आज देश की आजादी के इतने वर्षो बाद भी हम भारतवासी कुछ सबक नही ले सकें हैं और हमारे देश का मौजूदा हाल देखकर तो कभी कभी मन ये समझ ही नही पाता हैं की देश के विकास और तरक्की के लिए अंग्रेजों की गुलामी वाले दिन अच्छे थे या फिर आज के आजाद भारत का यह माहौल बेहतर हैं ऐसा इसलिए क्योंकि अंग्रेजो ने भारत मे आते ही रेल मार्ग की स्थापना शरू कर दी थी। रेडियो के दौर की शरूआत हो गई थी और इस प्रकार से और कई उदाहरण हैं परंतु आज जब हमारे देश में इतनी मूलभूत सुविधांए हैं पर हम फिर भी आगे प्रगति नही कर पाए हैं जैसे कि आज भी रेल मार्गो का अभाव हैं। बिजली में कटौती की जाती हैं। खेती किसानी नुकसान का व्यापार होने लगे हैं। अपराध दिनो दिन बढ़ते जा रहे हैं, कानून की धज्जियाँ स्वंस रक्षक ही उड़ा रहे हैं। आज देश के कुछ तुच्छ राजनेताओं के कारण जो मतभेद हिन्दु और मुलसमानों थे अब इसमें आरक्षण के कारण पैदा कर के देश में और अधिक तनाव पैदा करने के लिए अथवा देशवासीयो में आपस में फूट डालनें के लिए आरक्षित वर्ग को अपनी गंदी राजनीति का हिस्सा बना रहे हैं। भारत की आजादी के वक्त जाते जाते अंग्रेज शासक जो घटियापन करके हिन्दुस्तान - पाक को विभाजित करके तथा हिन्दु मुसलमानो के मधुर रिश्तो के बीच जो मतभेद और फूट डालकर गये थे उसे आज कुछ तुच्छ राजनेताओ ने अपनी घिनौनी राजनीति की चाले चलकर आरक्षण वर्ग के लोगो को भी जबरण मे उलझा दिया हैं। अब मुझे तो यह समझ मे नही आता की क्या कभी भारत मे वो एकता अखण्डता हमारे देश और हमारे मनो मे आ पायेगी ? इस बारे में आपकी क्या सोच हैं हमे जरुर बताए...
गीत धीर
संपादक
हिन्दुस्तान विचार
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